मंगलवार, 19 मई 2020


तू आज मेरे ज़ख्मों का
गर ना इलाज करेगा
तू क्या सोचता है?
हम पर कल भी राज करेगा।
जिनके लिए बैठे हो तुम
इस सरकार में
तो भूखे बच्चों का हमारे पेट
कौन भरेगा।
ये काल,महाकाल बन रहा है
तुच्छ राजनीति के लिए
नव सत्र ,नव युग का आगाज़ करेगा।
जिनको नहीं मिल रही इनकी बेबसी,
लाचारी की दवा,
यही मजबूर, मजदूर इक दिन सबका इलाज़ करेगा।
हमने सम्भाला देश को,
आज हमको सम्भालिए,
हम मेहनतकशों के जोश से
आसमां में तिरंगा परवाज़ करेगा।।
एक दिन यही भूख ,लाचारी
पैरों के ज़ख्म और छाले ,
'कमलेश'
नए निज़ाम का इंतिखाब करेगा।
कमलेश🌹#श्रमिकपलायन
5/2020

मंगलवार, 26 नवंबर 2019

👌👌💐💐💐

हम बेख़बर थे ,अपने कल के लिए
क़दम ठिठके ,एक पल के लिए।

बहुत दूर जाते, दिखे वो सभी
रुक गए थे राह में, जिनके लिए।

मन्ज़िल की राह, कुछ दुशवार थी
हाथों से कांटे चुने थे इनके लिए।

जख़्म रिसते रहे,पर दर्द काफूर था
नहीं वक़्त था ,उफ़ करने के लिए।

आसमां में दिखी,एक चिड़िया उड़ती हुई
चोंच में दबाए कुछ तिनके लिए।

कमलेश' आबाद है दुनिया इस उम्मीद पर
 कुछ छोड़ जाएं अच्छा
कल के लिए।।💐

शनिवार, 18 मई 2019

अपने चश्में के लिए

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अपने चश्में के लिए सबसे अच्छा लेंस कैसे चुनें ?

By All About Vision

आपके फ़्रेमों से अधिक, आपके लेंस यह निर्धारित करेंगे कि आप अपने चश्में से कितने खुश होंगे ।

चश्मों के लेंसस खरीदना कोई आसान कार्य नहीं है ।वास्तव में, लेंस और कोटिंग्स के लिए बहुत सारे विकल्प होते हैं, जो खरीदने लायक होते है, उसके बारे में कन्फूज्ड (भ्रमित) होना स्वाभाविक ही है ।

एक तरह से बाइंग गाइड आपको अपनी आवश्यकताओं के लिए लेंस और कोटिंग्स चुनने में काफ़ी मदद करेगा ।

सही और उचित चश्मों के लेंस का चयन करना इतना महत्वपूर्ण क्यों होता है ?

चश्मा खरीदते समय, आपके द्वारा चुना गया फ्रेम आपकी सुंदर खूबसूरती दिखावट के लिए महत्वपूर्ण होता है, लेकिन आपके द्वारा चुना गया चश्मों के लेंस चार फ़ैक्टर्स (कारकों) को प्रभावित करता है: आपकी सुंदर खूबसूरती (दिखावट), आराम, विज़न (दृष्टि) और सुरक्षा ।

आपके द्वारा चुने गए फ्रेम के आकार और स्टाइल से चश्मों के लेंस की मोटाई को  निर्धारित किया जाता है । पतले लेंस के लिए, छोटे, गोल या अंडाकार फ्रेम चुनने चाहिए । साथ ही साथ प्लास्टिक फ्रेम लेंस के किनारे की मोटाई को बेहतर तरीके से छिपा देते हैं ।

जब लोग चश्मा खरीदते हैं तो अक्सर एक गलती करते हैं, जैसे के चश्मा लेंस सामग्री, डिजाइन और कोटिंग्स आदि के विकल्पों पर विचार करने में अपना पर्याप्त समय नहीं लगाते हैं ।

इस आर्टिक्ल के द्वारा आपको मूल रूप से चश्मों के लेंसस खरीदने के लिए मूल बातों की जानकारी बताई जा रही है ।

निम्नलिखित जानकारी नेत्र के चश्मों के लिए सभी निर्धारित नुस्खे (प्रिस्क्रिप्शन) लेंस पर लागू होतीहैं - चाहे एकल दृष्टि लेंस  सिंगल विज़न लेंसेस) आपकी निकटदर्शिता या  दूरदर्शिता के लिए हो  और चाहे एस्टिगमैटिज्म (दृष्टिवैषम्य)को ठीक करने के लिए हो, या आपको प्रेस्बायोपिया को ठीक करने के लिए प्रोग्रेसिव लेंसस , बायफोकल्स या अन्य मल्टीफोकल लेंस की आवश्यकता हो ।

एक चेकलिस्ट आधार पर विचार करें जिसे आप अपने आईवियर रिटेलर के पास ले जा सकते हैं या ऑनलाइन चश्मा खरीदते समय इस्तेमाल कर सकते हैं ।

चश्मों की लेंस मटीरियल (सामग्री) - सुविधाएँ और लाभ

ग्लास लेंस

दृष्टि सुधार के शुरुआती दिनों में, सभी चश्मों के लेंस कांच के बने होते थे ।

हालांकि ग्लास लेंस असाधारण प्रकाशिकी को प्रदान करते हैं, वे भारी होते हैं और आसानी से टूट भी  सकते हैं और संभवतः आंख को गंभीर नुकसान भी पहुंचा सकते हैं या यहां तक ​​कि आंख को खरब तक कर सकते है । इन कारणों के लिए, ग्लास लेंस अब व्यापक रूप से चश्मों के लिए उपयोग नहीं किए जाते हैं ।

प्लास्टिक  लेंस

वर्ष 1947 में, पहले हल्के प्लास्टिक के लेंसस प्रस्तुत किए गए थे । लेंस CR-39 नामक एक प्लास्टिक पॉलिमर से बनाए गए थे ।

क्योंकि इन लेंसेस के हल्के वजन (कांच का लगभग आधा वजन), इसकी कम लागत और पोपुलर  ऑप्टिकल गुणों के कारण, CR-39 प्लास्टिक, चश्मों के लेंस के लिए एक लोकप्रिय मटीरियल(सामग्री) बनी हुई है ।

पॉलीकार्बोनेट लेंस

वर्ष 1970 के दशक की शुरुआत में, पहले पॉली कार्बोनेट लेंसवेअर को सुरक्षा चश्मे के लिए पेश किया गया था । बाद में वह उक्त दशक और वर्ष 1980 में पॉली कार्बोनेट लेंस तेजी से लोकप्रिय हो गए और आज भी बने हुए हैं ।

मूल रूप से यू॰एस॰ एयर फोर्स के लिए हेलमेट विज़र्स के लिए, बैंकों और अन्य सुरक्षा अनुप्रयोगों के लिए "बुलेटप्रूफ ग्लास" के लिए, यह विकसित किया गया था। पॉली कार्बोनेट हल्का और सीआर -39 प्लास्टिक की तुलना में अधिक प्रभाव-प्रतिरोधी है ( Impact Resistance in roman ), जो इसे बच्चों के चश्मों , सुरक्षा चश्मे और खेल के चश्मों के लिए एक पसंदीदा मटीरियल(सामग्री) बनाता है।

सन 2001 में, ट्रीवेक्ष (Trivex) के रूप में माने जाने वाला एक नया हल्का मटीरियल(सामग्री), पॉलीकार्बोनेट के समान प्रभाव-प्रतिरोधी गुणों के साथ पेश किया गया था ।

हाई-इंडेक्स प्लास्टिक लेंस

पिछले 20 वर्षों में, पतले, हल्के चश्मों की मांग को देखते हुए, कई लेंस निर्माताओं ने हाई-इंडेक्स वाले प्लास्टिक के लेंस प्रस्तुत किए हैं । ये लेंस CR-39 प्लास्टिक लेंस की तुलना में पतले और हल्के  होते हैं ।

आईग्लास लेंस ट्रीटमेंट (उपचार) :

एक बार जब आप अपने चश्में के लेंस का चयन कर लेते हैं, तो आपको अपने लेंस ट्रीटमेंट पर विचार करना चाहिए जो आपकी आवश्यकताओं के अनुरूप और

लाभदायक होता है । सबसे आरामदायक, टिकाऊ और सबसे अच्छे दिखने वाले चश्मों के लिए, निम्नलिखित लेंस ट्रीटमेंट को आवश्यक माना जाना चाहिए :

यदि आप घर से बाहर धूप का चश्में नहीं लगा रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपके चश्मों  के लेंस 100 प्रतिशत यूवी किरणों को ब्लॉक कर रहे हो । कुछ लेंस सामग्री बिना अतिरिक्त कोटिंग के नहीं कर पाते है ।

खरोंच प्रतिरोधी (स्क्रैच रेसिस्टेंट)  कोटिंग :

सभी चश्में जो हल्के लेंस सामग्री से बने हैं, जिनकी सतह कांच के लेंस की तुलना में काफी नरम होती है और खरोंच और घर्षण के लिए अधिक प्रवृत (प्रोन) होती है । सबसे नरम सतह के लेंस  भी सबसे अधिक प्रभाव प्रतिरोधी में से एक है: जैसे पॉली कार्बोनेट । लेकिन सभी प्लास्टिक और हाई-इंडेक्स वाले प्लास्टिक लेंस को पर्याप्त  टिकाऊपन के लिए एक लेंस कारखाने में खरोंच प्रतिरोधी (स्क्रैच रेसिस्टेंट)  कोटिंग की आवश्यकता होती है ।

आज के अधिकांश आधुनिक खरोंच प्रतिरोधी (स्क्रैच रेसिस्टेंट) कोटिंग (जिसे स्क्रैच कोट या हार्ड कोट भी कहा जाता है) आपके ग्लास को लगभग ग्लास के रूप में खरोंच-प्रतिरोधी बना सकते  हैं । लेकिन अगर आप अपने चश्मे के लिए बहुत ज्यादा सावधान नहीं हैं या आप अपने बच्चों के लिए चश्मा खरीद रहे हैं, तो उन लेंसों के बारे में पूछें जिनमें एक विशिष्ट अवधि के लिए खरोंच के खिलाफ गारंटी शामिल है ।

एन्टी रेफ़्लेक्टिव कोटिंग

एक एन्टी रेफ़्लेक्टिव कोटिंग सभी चश्मा लेंस को बेहतर बनाती है । ए॰आर॰ कोटिंग्स लेंस में प्रतिबिंबों को खत्म करती हैं जो खासकर रात में विपरीत और स्पष्टता को कम करती हैं, । वे आपके लेंस को लगभग अदृश्य बना देते हैं, जिससे आप बेहतर नेत्र से संपर्क बना सकते हैं और अन्य आपके लेंस में प्रतिबिंबों से विचलित नहीं होते हैं । एन्टी रेफ़्लेक्टिव कोटिंग के साथ लेंस, तस्वीरों में चकाचौंध स्पॉट होने की बहुत कम संभावना होती है ।

यदि आप हाई-इंडेक्स लेंस चुनते हैं, तो एंटि रेफ़्लेक्टिव  कोटिंग विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि एक लेंस सामग्री का अपवर्तनांक(रेफ़्लेक्टिव इंडेक्स) जितना अधिक होता है, उतना ही लेंस अधिक प्रकाश को प्रतिबिंबित करता है । वास्तव में, हाई-इंडेक्स लेंस सीआर -39 लेंस की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक प्रकाश को प्रतिबिंबित कर सकते हैं, जिससे काफी हद तक चमक होती है, जब तक कि ए॰ आर॰  कोटिंग लागू नहीं होती है ।

यू॰वी॰ ब्लोक्किंग उपचार:   

सूरज के हानिकारक अल्ट्रावाइलेट (यू॰ वी॰ ) रेडिएसन  (पराबैंगनी (यूवी) विकिरण) के संचयी संपर्क  किसी व्यक्ति के जीवनकाल में मोतियाबिंद और मेकुलर डिजनरेसन ( धब्बेदार दृष्टि पतन ) के उम्र से संबन्धित आँखों की समस्याओं से जुड़ा हुआ है ।

इस कारण से लोंगो को बचपन से ही यू वी किरणों के लिए अपनी आँखों की रक्षा करनी चाहिए । शुक्र है कि पोलीकार्बोनेट और लगभग सभी हाई-इंडेक्स प्लास्टिक लेंस में, लेंस सामग्री की अवशोषित विशेषताओं के कारण अंर्तनिर्हित 100 प्रतिशत यू व से बचाव होता है ।

लेकिन अगर आप सी आर-39 प्लास्टिक लेंस चुनते हैं तो ध्यान रखें कि इन लेंसों को अन्य सामाग्री द्वारा वहन किए गए बराबर यू व से बचाव प्रदान करने के लिए एक अतिरिक्त कोटिंग की अवश्यकता होती है ।   

फोटोक्रोमिक उपचार

यह लेंस उपचार चश्मा के लेंस को सूर्य की यू.वी. और उच्च-ऊर्जा दृश्य (HEV) प्रकाश किरणों में स्वचालित रूप से काला हो जाता है,  और जब घर के अंदर स्पष्ट (या लगभग स्पष्ट) हो जाता है ।

फोटोक्रोमिक लेंसस  वस्तुतः सभी लेंसेस मटीरियल(सामग्री) और लेंसेस डिजाइनों में  उपलब्ध रहते हैं ।

चश्में के लेंस और चश्में की लागत

लेंस के बनावट के आधार पर, आपके द्वारा चुने गए लेंस उपचार और आपके द्वारा आवश्यक लेंस डिजाइन, आपके चश्मा का लेंस आसानी से आपके द्वारा चुने गए फ़्रेमों की तुलना में  अधिक लागत का हो सकता है - भले ही आप नवीनतम डिजाइनर फ़्रेमों का चयन कर रहे हों ।

तो इस प्रकार आपके चश्मे की कीमत कितनी होगी ? यह कहना मुश्किल है ।

आप सर्वोत्तम उचित मूल्य प्राप्त करने के लिए, उत्पादों की सुविधाओं और लाभों को समझना अति आवश्यक है जो आपके द्वारा विचार किए जा रहे । एक प्रतिष्ठित नेत्र जांच विशेषज्ञ और/या आईवियर रिटेलर की सहायता से समझदारी से चुने ।

चश्मों के लेंस खरीदते समय, अपना होमवर्क करें

चश्मों के लेंस खरीदना आपको कठिन लग सकता है, लेकिन यह होना जरूरी भी नहीं है । सबसे जायदा जरुरी है उन स्रोतों का पता लगाना जो सटीक, निष्पक्ष चश्मों कि जानकारी दे जिन पर आप भरोसा कर सकते हैं । यह इस बात का भी अंदाजा लगाने में मदद करता है कि आप अपने चश्मे के लिए खरीदारी करने से पहले क्या चाहते हैं ।

अत: अंत में, इस कहानी को बुकमार्क करें या लेंस और कोटिंग्स में अपने विकल्पों को जानने के लिए इसका प्रिंट आउट लें, जब आप एक आईवियर स्टोर पर जाएँ या


शुक्रवार, 7 सितंबर 2018

उल्फ़त में तेरी कोई....।।

उल्फ़त में तेरी कोई ,भी सज़ा क़बूल है।
बे वजह ही सही कोई ,भी वज़ह क़बूल है।

ना शिकवा कोई तुमसे ,ना माथे पर कोई शिकन,
शिद्दत से  निभाना दोस्ती, अपना उसूल है।

जब हमने तुमको अपना, जहां समझ लिया,
फिर चाहत में शक़ के कंकड़, ढूंढना फ़िज़ूल है।

बिजलियाँ ज़माने की, हम पर गिरती रहीं मगर,
महफूज़ रहा फिर भी ,हमारी मुहब्बत
का मस्तूळ है।

तूफानों से लड़कर हम किनारा पा  ही जायेंगे,
नाज़ुक नहीं है इतना ,प्यार का खिला सहरा में फूल है।

कमलेश' है ख़ास ही मुहब्बत इस ज़िन्दगी से,
पर हमको तेरी खातिर ,हर सज़ा क़बूल है।।

बुधवार, 29 अगस्त 2018

मैं हिन्दू हूँ वो मुसलमां है
ज़माना रोज़ कहता हैं ।
मगर इंसान है दोनों।
मैं भी समझता हूँ
वो भी समझता है।

मगर ये दूरियां बनाने की
कोशिशें कौन करता है।
है ईमान खतरे में ये कान
कौन भरता है।।
ये मैं भी समझता हूँ
और वो भी समझता है।।

नही जब भेद है दिल में
तो बाहर चौकसी कैसी ।
कहीं आपा 'रानी' है कहीं
'रजिया 'बनी मौसी ।
इन रिश्तों  को कहीं कोई 
क्यों
नापाक कहता है।।
ये मैं भी समझता हूँ....!

वो अम्मी बुलाता है मैं
अम्मा बुलाता हूँ।
है एक ही मतलब
जो रोज दुहराता हूँ ।
इन पाक लफ़्ज़ों पर
ज़माना क्या कहता है।
मैं भी समझता हूँ
.........!

हम इस बेरुखी में
ज्यादा जी नहीं सकते।
किसी की साज़िशों
में अब पिस नहीं सकते।
इन नफरतों के पर्दों में
कौन रहता है।
ये मैं भी समझ.......।।

कमलेश" इस देश में ये
दस्तूर चलता है।
गले मिलकर  मुहब्बत् से
नफरतों से दूर चलता है ।
ये प्रेम सद्भाव का मौसम
किसको खलता है।
मैं भी समझता हूँ।
वो भी समझता है।।

शनिवार, 7 अप्रैल 2018

हम दिलजलों पर ,मत हंसों यारों,
कभी तो तुम्हारा भी ,दिल जला होगा।

ऐसे ही नहीं कोई बन जाता ,कवि और शायर,
इस दिल को ज़रूर, किसी ने छला होगा।

कितना भी बच कर चले ,हम ज़माने से,
कोई ना कोई इल्ज़ाम ,तो मिला होगा।

मर मिटे होंगे हम कभी ,मासूम सूरत पर,
जब तिरछी नज़र का ,तीर चला होगा।।

कोई नहीं है मुंसिफ ,हम जैसों के लिये,
सदियों से चलता आया ,ये सिलसिला होगा।
कोई मरहम बता दो इन ज़ख्मों के लिए
'कमलेश'का तो होगा ही ,आपका भी भला होगा।।

बुधवार, 4 अक्तूबर 2017

नीयत....।।

समय के साथ चलना था
बन के मीत छलना था
ये हम ना कर पाए
उनको दिल दे आये।
उनकी जो भी फ़ितरत हो
उनको ही मुबारक हो
हमें जो करना था 
कर आये।
उम्मीदों से खेल करना
उम्मीदों का रोज मरना
उन्हीं पर छोड़ आये।
कमलेश, ज़िन्दगी वसूलों पर
मंज़ूर चलना शूलों पर
बंदिशें सब तोड़ आये।।
10/17

शुक्रवार, 8 सितंबर 2017

Newly Married Couple..

Wife- अरे कैसा आटा लाये हो.. सारी रोटियां ही जल गई।

शनिवार, 27 अप्रैल 2013


dilli ki dukhdayee ghatna par.....


 वहशी  दरिन्दे ने हैवानियत की हदें पार कर दी,
 इक  फूल सी मासूम जिंदगी तार- तार कर दी ,

क्या कसूर था ?उस नन्ही सी जान का
दरिंदगी ने जिंदगी ,नागवार कर दी ,

ऐसी काली करतूतों से, भाव ऐसा उपजा है ,
बेटा हो बेटी !! की ,चाहत को शर्मशार कर दी ,

''कमलेश'' रहते इन दरिंदों के ,मन आशंकित रहेगा हमेशा..
क्या महफूज़ है ''लाडली' मेरी ,जो सब कुछ है मेरे घर की..

बुधवार, 20 मार्च 2013

लहराती जुल्फों की बात  चली ,तो तेरा ही ख्याल आया,
इनमे कौन  छुपा था  चेहरा ,ये  सवाल  आया।

क्यूँ नही मुडती वो फिजायें,  इस गुलिस्तां  की ,
जब भी हुई दस्तक दिल में ,जिंदगी में गुलाल  आया। 

कभी हवा में हिलती दिखी , कोई साख  मुझको ,
हलचल सी उठी दिल में ,खुशियों का भूचाल   आया। 

थी इस दिल आदत , फूल और भंवरे जैसी  कभी ,
पर आज फरेबों को  कर  , वो वहीं हलाल  आया।

कोशिशें बहुत की दिल से  ,निकल जाएँ यादें तेरी ,.
जब कहीं ज़ुल्फ़ लहराई तो , तेरा ही ख्याल आया।

'कमलेश'हमेशा थिरकता है , निगाहों में चेहरा तेरा ,
तुम हो कर भी नहीं हो ,'दिल' को बहुत मलाल आया।।