आने वाली है वह घड़ी ,जिसकी नही नेताओं को पड़ी ,,
जब ड्रैगन उपर चढ़ दहाडेगा ,भारत माँ का आंचल फाडेगा ,
दुहरायी जायेगी क्या ,सन ६२ की गाथा ,
बाद में ये हम फ़िर पीटेंगेअपना माथा .,
उससे पहले होश करो ,चीनियों को खामोश करो ,
अंदर से भी खतरा है ,बाहर भी सन्नाटा पसरा है ,
समझो दो इस पडोसी को ,कुछ समझे इस खामोसी को ,,
बहुत बन लिए हम महान ,अब खोलो इनके कान ,
'कमलेश'इनकी है भाषा ,खीच के मारो इसके तमाचा ॥
जब ड्रैगन उपर चढ़ दहाडेगा ,भारत माँ का आंचल फाडेगा ,
दुहरायी जायेगी क्या ,सन ६२ की गाथा ,
बाद में ये हम फ़िर पीटेंगेअपना माथा .,
उससे पहले होश करो ,चीनियों को खामोश करो ,
अंदर से भी खतरा है ,बाहर भी सन्नाटा पसरा है ,
समझो दो इस पडोसी को ,कुछ समझे इस खामोसी को ,,
बहुत बन लिए हम महान ,अब खोलो इनके कान ,
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